Saturday, September 4, 2010

पत्र संख्या-29

आमगोला, मुजफ्रपुर, 8.10.94।

प्रिय भाई,
आपकी सेवा में मैंने आपकी प्रश्नावलि का तो उत्तर भेज दिया था। मिला है कि नहीं, आपने लिखा ही नहीं।
कृपा कर सूचित करें।

विशेष शुभ
सादर आपका
चन्द्रमोहन प्रधान

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