दिल्ली, 21.10. 2003।
भाई राजूरंजन जी,
नमस्कार,
‘हंस’ अक्तू. ‘03 अंक में प्रकाशित आपकी रचना का प्रतीक पारिश्रमिक ‘हंस’ की वार्षिक सदस्यता में समायोजित किया जा रहा है। नवंबर ‘03 से अक्तू. ‘04 के लिए आपकी सदस्यता दर्ज की जा रही है। नवंबर 03 अंक 5.11.03 को भेजा जाना है-प्रतीक्षा करें।
सादर
वीना उनियाल
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