Tuesday, August 10, 2010

पत्र संख्या-4


भिलाई, 3. 4. 98।

प्रिय भाई राजू,
‘विकल्प’ के प्रवेशांक की तैयारी का कार्य अब अंतिम चरण में है। ‘ल्योतार’ वाले लेख के अनुवाद का कार्य पूरा कर चुके होगे, ऐसी आशा करता हूँ। कृपया उसे शीघ्र भेजने का कष्ट करो।

‘विकल्प’ का तीसरा अंक तुम्हें प्राप्त हो चुका होगा। नहीं मिला होगा तो शीघ्र ही मिल जायेगा। तुम्हारी समीक्षा प्रकाशित हो गयी है।

आलोकधन्वा अभी पटना में हैं कि नहीं इसकी सूचना देना।
शेष सब कुशल है। आशा है सपरिवार स्वस्थ और प्रसन्न होगे।
मंगलकामनाओं के साथ
तुम्हारा
सियाराम शर्मा
शासकीय महाविद्यालय उतई
जिला-दुर्ग (म. प्र.)
पिन-491107

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